उद्योगपति मुकेश अम्बानी की रिलायंस इंडस्ट्री और देश में प्राकृतिक गैस निकालने वाली सरकारी कंपनी ओएनजीसी (ONGC) के विवाद की जाँच कर रही अमेरिकी एजेंसी डगोलायर एंड मेकनॉटन की रिपोर्ट सामने आ गई है।
डी एंड एम ने पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मिनिस्ट्री को अक्टूबर में सौंपी इस रिपोर्ट में कहा है कि ओएनजीसी के गैस ब्लॉक के बगल में बनाये गए रिलायंस इंडस्ट्री के ब्लॉक से ओएनजीसी कागैस उत्पादन न सिर्फ प्रभावित हो रहा है बल्कि गैस का लाभ रिलायंस को मिल रहा है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस के ब्लॉकों की मौजूदगी से ONGC का तकरीबन 11.12 घन मीटर गैस जिसकी कीमत तकरीबन 11,055 करोड़ है, प्रभावित हुआ है जिसका प्रवाह रिलायंस के गैस ब्लॉक की तरफ हुआ है।
गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी ओएनजीसी ने 2013 में रिलायंस इंडस्ट्रीज पर आरोप लगाये थे कि उसने ओएनजीसी के गैस फील्ड के पास अपना गैस प्लांट लगाकर उसके गैस फील्ड से गैस चुराई है, जिसको लेकर उसने मंत्रालय में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
लेकिन वहीँ दूसरी और रिलायंस का कहना था कि उन्होंने गैस ब्लॉक का काम पेट्रोलियम एंड गैस मिनिस्ट्री से अनुमति लेकर किया है। इस मामले की जाँच करने वाली एजेंसी डगोलायर एंड मेकनॉटन ने कहा कि 31 मार्च 2015 तक रिलायंस ने इस ब्लॉक से 58.67 बिलियन क्यूबिक मीटर गैस निकाली है, जिसमे से ओएनजीसी का दावा है कि 11.95 बीसीएम उसकी गैस थी।